मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक, सेंसेक्स और निफ्टी 50, वैश्विक बाजारों की कमजोरी को देखते हुए कमजोर खुलने की संभावना है। गिफ्ट निफ्टी में भी गिरावट के संकेत मिल रहे हैं, जो इंडियन बेंचमार्क इंडेक्स के लिए नकारात्मक शुरुआत का संकेत देता है। गिफ्ट निफ्टी लगभग 24,885 के स्तर पर कारोबार कर रहा था, जो निफ्टी फ्यूचर्स के पिछले बंद से करीब 100 अंकों की गिरावट दिखा रहा है।
सोमवार की अस्थिर ट्रेडिंग के बाद गिरावट
निफ्टी 50 अपने करेक्शन फेज में है और सोमवार को अस्थिर ट्रेडिंग सत्र के बाद 24,795.75 पर 0.87% की गिरावट के साथ बंद हुआ। इसी तरह, S&P BSE सेंसेक्स 0.78% की गिरावट के साथ 81,050.00 पर बंद हुआ। IT इंडेक्स को छोड़कर लगभग सभी सेक्टर्स में बिकवाली का दबाव देखा गया। खासकर मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में 2.5% की गिरावट दर्ज की गई, जबकि बैंक निफ्टी में 1.91% की भारी गिरावट आई और यह 50,478.90 पर बंद हुआ।
निफ्टी का तकनीकी दृष्टिकोण
निफ्टी का मौजूदा रुझान नकारात्मक बना हुआ है। HDFC सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी अनुसंधान विश्लेषक नागराज शेट्टी के अनुसार, निफ्टी ने हाल ही में महत्वपूर्ण 25,100-25,000 सपोर्ट लेवल को तोड़ दिया है, जिससे शॉर्ट-टर्म में इंडेक्स के 24,500-24,400 के स्तर तक गिरने की संभावना है।
बैंक निफ्टी ने अपने शॉर्ट-टर्म ट्रेंड लाइन को तोड़ दिया है और 100-DSMA सपोर्ट के नीचे बंद हुआ, जिससे आगे और कमजोरी की संभावना बढ़ गई है। ऊपर की तरफ, इंडेक्स के लिए 51,000-51,100 का स्तर तात्कालिक प्रतिरोध होगा, जबकि नीचे की ओर 50,000 का साइकोलॉजिकल लेवल महत्वपूर्ण सपोर्ट के रूप में काम करेगा।
लगातार गिरावट का दबाव
निफ्टी 50 ने अपने छठे सीधे सत्र में गिरावट जारी रखी और सोमवार को 218 अंकों की गिरावट के साथ 25,000 के महत्वपूर्ण स्तर से नीचे बंद हुआ। दैनिक चार्ट पर एक लंबी बियरिश कैंडल बन रही है, जो बाजार में गिरावट की गति को दर्शा रही है।
वैश्विक बाजार का हाल
सोमवार को एशियाई बाजारों में अमेरिकी नौकरियों के मजबूत आंकड़ों से सकारात्मकता देखी गई, जबकि यूरोपीय बाजारों में मिले-जुले रुझान रहे। हालांकि, अमेरिकी डेटा भारतीय बाजारों में कोई उत्साह नहीं भर सका।
मध्य-पूर्व में ईरान और इज़राइल के बीच बढ़ते तनाव ने बाजार में अनिश्चितता बढ़ा दी है, जो निवेशकों के मन में जोखिम की भावना पैदा कर रहा है। इस भू-राजनीतिक तनाव का असर तेल की कीमतों पर भी दिख रहा है।
वॉल स्ट्रीट की गिरावट और बॉन्ड यील्ड में उछाल
सोमवार को वॉल स्ट्रीट के प्रमुख सूचकांकों में लगभग 1% की गिरावट दर्ज की गई। इसके पीछे मुख्य कारण था 10-वर्षीय ट्रेजरी यील्ड का 4% के ऊपर जाना, जो अगस्त की शुरुआत के बाद सबसे ऊँचा स्तर है। इसने बाजारों पर नकारात्मक दबाव बनाया।
Dow Jones Industrial Average 0.94% गिरा, S&P 500 में 0.96% की गिरावट आई, और Nasdaq Composite 1.18% गिर गया। साथ ही, CBOE VIX (जिसे वॉल स्ट्रीट का फियर गेज भी कहा जाता है) 3.4 अंक बढ़कर 22.64 पर बंद हुआ, जो 8 अगस्त के बाद का उच्चतम स्तर है।
अन्य बाजार संकेतक
सोने की कीमतों में भी सोमवार को गिरावट देखी गई, क्योंकि अमेरिकी डॉलर में मजबूती आई। स्पॉट गोल्ड 0.4% की गिरावट के साथ $2,640.74 प्रति औंस पर पहुँच गया, जो 26 सितंबर के रिकॉर्ड स्तर $2,685.42 से पीछे हट गया। इस बीच, अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स भी 0.3% गिरकर $2,660.1 पर आ गए, जबकि डॉलर सात सप्ताह के उच्चतम स्तर के करीब बना रहा।
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