हरियाणा में 2024 के विधानसभा चुनाव के नतीजों ने देशभर में राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है। भाजपा ने तीसरी बार लगातार सरकार बनाने में सफलता प्राप्त की है, जबकि कांग्रेस ने हार का सामना किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने हरियाणा की 90 सीटों में से 48 सीटें जीतीं। यह जीत भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा की जीत
जेपी नड्डा की प्रतिक्रिया
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, “हरियाणा में हमारी इस जीत और जम्मू-कश्मीर में हमारे वोट शेयर में हुई वृद्धि जनता के प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विश्वास का परिणाम है।” उन्होंने आगे कहा कि “कांग्रेस द्वारा फैलाए गए झूठ का जनता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा और हरियाणा में लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार बनी।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी भाजपा मुख्यालय में जश्न मनाने पहुंचे, जहां उन्होंने पार्टी की इस ऐतिहासिक जीत को एक नई दिशा बताया।

हरियाणा चुनाव परिणामों का विश्लेषण
कांग्रेस की हार और चुनौतियाँ
हरियाणा में कांग्रेस की हार को कई राजनीतिक विश्लेषक एक बड़ा झटका मान रहे हैं। भाकपा (माले) के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि “कांग्रेस ने एक और अवसर गंवा दिया, जैसा कि उन्होंने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में किया था।” उन्होंने कांग्रेस को भविष्य की चुनावी रणनीतियों में सुधार की सलाह दी।
भाजपा की लगातार तीसरी सरकार
भाजपा ने हरियाणा में तीसरी बार सरकार बनाई है। 48 सीटों के साथ, भाजपा ने एक बार फिर साबित किया है कि जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके “परफॉर्मेंस की राजनीति” में भरोसा करती है। अमित शाह ने कहा, “चाहे यह लोकसभा चुनाव हो या हरियाणा के विधानसभा चुनाव, जनता ने कांग्रेस को ठुकरा दिया है और भाजपा को भारी समर्थन दिया है।”
जम्मू-कश्मीर चुनाव परिणाम: भाजपा और नेशनल कॉन्फ्रेंस की प्रतिक्रिया
जम्मू और कश्मीर में भी चुनावी माहौल काफी दिलचस्प रहा, जो पहली बार अनुच्छेद 370 और 35(A) हटाने के बाद हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू और कश्मीर के लोगों को बधाई दी और कहा, “इस चुनाव में उच्च मतदान ने लोकतंत्र में जनता के विश्वास को दर्शाया है।”
भाजपा ने जम्मू-कश्मीर में भी अच्छा प्रदर्शन किया, जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC) ने भी सराहनीय प्रदर्शन किया, जिसके लिए प्रधानमंत्री मोदी ने उनकी प्रशंसा की।
राहुल गांधी और कांग्रेस पर आरोप
शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे ने कांग्रेस के नेता राहुल गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा कि “राहुल गांधी ने जहाँ भी गए, वहाँ जातिगत आधार पर वोटों का ध्रुवीकरण करने की कोशिश की।” हरियाणा चुनाव के नतीजों ने कांग्रेस की इस राजनीति को खारिज कर दिया और जनता ने विकास और प्रगति को प्राथमिकता दी।
चुनाव आयोग और कांग्रेस की शिकायत
चुनाव परिणामों के दौरान कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर गिनती की प्रक्रिया में “अस्पष्टता” का आरोप लगाया था। जयराम रमेश ने कहा, “हमें हरियाणा के कम से कम तीन जिलों में ईवीएम की गड़बड़ी के गंभीर आरोप प्राप्त हुए हैं।” हालांकि, चुनाव आयोग ने इन आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र से लगभग 25 राउंड की गिनती हर पांच मिनट में अपडेट की जा रही थी।
जयराम रमेश का बयान
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, “हरियाणा के परिणाम अप्रत्याशित और चौंकाने वाले हैं। यह उस वास्तविकता के खिलाफ है जो जनता ने सोची थी। हम इन नतीजों को स्वीकार नहीं कर सकते।” उन्होंने कहा कि पार्टी के कुछ उम्मीदवारों ने चुनाव आयोग के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं और इनकी जाँच होनी चाहिए।
भाजपा की जीत और भविष्य की चुनौतियाँ
भाजपा ने हरियाणा में तीसरी बार सरकार बनाकर यह साबित कर दिया है कि जनता प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विश्वास करती है। लेकिन कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों के लिए यह चुनाव आत्मनिरीक्षण का मौका है।
हरियाणा चुनाव के नतीजों ने दिखाया कि भाजपा का प्रभाव हरियाणा के लोगों पर मजबूत है, जबकि कांग्रेस को अपनी रणनीति में बड़े बदलाव करने की आवश्यकता है।
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